Dard Bhari Shayari दिल को छू जाने वाली दर्द भरी शायरी का संग्रह, जो मोहब्बत, टूटे दिल और बेवफाई के जज़्बात बयान करती है। हिंदी में बेहतरीन दर्द भरी शायरी के लिए यहाँ पढ़ें।
Dard Bhari Shayari उदासी और गम भरी जिंदगी पर आधारित दर्द भरी शायरी हिंदी में लेटेस्ट

“सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें, किसी और का नाम लेकर जलायेंगे उन्हें, फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पा के दर्द मुझको ही होगा, तो भला किस तरह सताये हम उन्हें।”
“बिछड़ कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था, ख्वाब ही था मगर हसीन कितना था।”
“वो तो दीवाने थे जो तन्हा छोड़ गए, अपनी यादों के सहारे हमें अकेला छोड़ गए।”
“मेरी फ़िक्र और वो भी उसको, ए Dil-e-Nadan Just “Shut Up”
“काश वो समझते इस दिल की तड़प को, तो हमें यूँ रुसवा न किया होता, उनकी बेरुखी ने हमें मार डाला, वरना इश्क ने तो हमें जीना सिखाया था।”
दर्द और तन्हाई की बेहतरीन शायरी संग्रह

“हर जख्म नहीं दिखते, हर दर्द नहीं मिटते, यूँ तो सब कहते हैं हम हंसते बहुत हैं,
मगर हँसी के पीछे के आँसू नहीं दिखते।”
“ऐ बारिश जरा थम के बरस, जब मेरा यार आ जाये तो जम के बरस,
पहले न बरस कि वो आ न सके, फिर इतना बरस कि वो जा न सके।”
“आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है, न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मीन है,
यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का, जो लोग खास हैं, उन्हीं की कमी है।”
“दर्द की भी अपनी एक अदा है,
वो भी सहने वालों पर ही फिदा है।”
“बड़ी हिम्मत दी है उसकी जुदाई ने, न अब किसी को खोने का डर है,
न किसी को पाने की चाह।”
बेवफाई और टूटे हुए दिल की दर्द भरी शायरी

“भरोसा जितना कीमती होता है, धोखा उतना ही महंगा हो जाता है।”
“गैरों से क्या गिला करना, जब अपने ही बदल गए हों, तो किस्मत से क्या शिकायत करना।”
“दिल के रिश्ते तो किस्मत से बनते हैं, वरना मुलाक़ात तो हज़ारों से होती है।”
“मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा, जिन्हें दावा था वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफ़ा देखा।”
“कितने मासूम थे हम, जो उन्हें अपना समझ बैठे, वो तो परिंदे थे, बस थोड़ी देर के लिए मुंडेर पर आ बैठे।”
Dard Bhari Shayari मोहब्बत में मिले जख्मों की दर्द भरी शायरी

“आज परछाई से पूछ ही लिया, क्यों चलते हो मेरे साथ?
उसने भी हँसके कहा, और कौन है तेरे साथ?”
“महफ़िल में हंसना मेरा मिज़ाज बन गया,
तन्हाई में रोना एक राज़ बन गया।”
“जिन्हें पता है कि अकेलापन क्या होता है,
वो दूसरों के लिए हमेशा हाज़िर रहते हैं।”
“शोर तो बहुत है शहर में, मगर सुकुन तो बस उस गाँव में था,
जहाँ कोई अपना इंतज़ार करता था।”
“रात भर जलता रहा यह दिल उसी की याद में, समझ नहीं आता, दर्द प्यार करने से होता है या याद करने से।”
यादों की कसक और दर्द भरी शायरी

“किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल, कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा।”
अजीब दस्तूर है मोहब्बत का, रूठ कोई और जाता है, टूट कोई और जाता है।”
जख्म कहाँ-कहाँ से मिले हैं, छोड़ इन बातों को, ज़िन्दगी तू तो ये बता, सफ़र और कितना बाकी है।
“कयामत तक याद करोगे किसी ने दिल लगाया था,एक होने की उम्मीद न थी फिर भी पागलो की तरह चाहा था”
मुस्कुराने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी, सबको लगा कि ये खुश बहुत है।”











